इस दरवाजे के पास शहीद हुए थे कई योद्धा - Kala Darwaja Khandela, इसमें खंडेला बड़ा पाना गढ़ के बाहर काले दरवाजे के बारे में जानकारी दी गई है।
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खंडेला की ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल है एक दरवाजा, जिसे काले दरवाजे के नाम से जाना जाता है। इस दरवाजे का ऐतिहासिक रूप से काफी महत्व है।
यह दरवाजा बड़ा पाना गढ़ के सामने बना हुआ है और इस दरवाजे के जरिये ही बड़ा पाना गढ़ तक पहुँचा जा सकता है। इसे हम बड़ा पाना गढ़ का मुख्य प्रवेश द्वार भी कह सकते हैं।
आज यह दरवाजा जर्जर हालत में पहुँच गया है और इसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। वक्त के थपेड़े इसे निरंतर कमजोर कर रहे हैं।
दरवाजा काफी बड़ा है जिसमें अन्दर की तरफ रहने के लिए कमरे भी बने हुए हैं। बाहर की तरफ सुन्दर झरोखे बने हुए हैं।
इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे किसी समय यहाँ पर हर समय सैनिकों का कड़ा पहरा रहता होगा। इस दरवाजे का नाम काला दरवाजा होने के पीछे एक घटना को बताया जाता है।
बताया जाता है कि सत्रहवीं शताब्दी में जब ओरंगजेब ने हिन्दू धर्मस्थलों को तोड़ने का अभियान चला रखा था तब इस कार्य के लिए उसने शेखावाटी क्षेत्र में भी अपनी सेना को भेजा था।
इस दरवाजे के समीप कई राजपूत सैनिकों ने मुगल सेना को रोकने के लिए उससे युद्ध कर अपने प्राणों का बलिदान दिया था। इस घटना के बाद में इस दरवाजे को काले दरवाजे के नाम से जाना जाने लगा।
इस दरवाजे के आसपास की भूमि में उन वीरों का रक्त मिला हुआ है जिन्होंने अपने धार्मिक स्थलों को नष्ट होने से बचाने के लिए अपने प्राण त्याग दिए थे। लेकिन अब यह बात बहुत कम लोगों को ही पता है।
प्रशासन को इन धरोहरों का संरक्षण कर उस इतिहास को भी चित्रित करना चाहिए जिसे देखकर यहाँ के बाशिंदे अपने पुरखों पर गर्व कर सकें।
अगर आप प्राचीन धरोहरों को करीब से देखकर उन्हें जानने के इच्छुक हैं तो आपको खंडेला में स्थित इस ऐतिहासिक स्मारक को अवश्य देखना चाहिए।
काले दरवाजे की मैप लोकेशन, Kale Darwaje Ki Map Location
काले दरवाजे की फोटो, Kale Darwaje Ki Photos
लेखक
रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}